Offered floral tributes on the 100th birth anniversary of Karpoori Thakur.
- दिल्ली भाजपा ओ.बी.सी. मोर्चा ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्व : कर्पूरी ठाकुर के 100 वीं जन्म जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की
- दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा और ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव ने पुष्पांजलि अर्पित की
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्व : कर्पूरी ठाकुर को उनकी 100 वीं जयंती पर भारत रत्न देकर सच्ची श्रद्धांजलि दी है – वीरेन्द्र सचदेवा
- कर्पूरी ठाकुर पहले मुख्यमंत्री थे जिन्होंने अपने राज्य में 10 वीं तक मुफ्त शिक्षा व्यवस्था की घोषणा की – सुनील यादव
Karpoori Thakur: गरीबों व वंचितों की सशक्त आवाज, सामाजिक समरसता के प्रतीक एवं कुशल राजनीतिज्ञ, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जन नायक स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी की 100 वीं जन्म जयंती और उन्हें भारत रत्न मिलने के अवसर पर भाजपा दिल्ली प्रदेश ओबीसी मोर्चा द्वारा भाजपा प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गयी। India Alliance: को तगड़ा झटकाः ममता बनर्जी का ऐलान- बंगाल में अकेले लड़ेंगे चुनाव।
Karpoori Thakur: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और ओ.बी.सी. मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सुनील यादव ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमुर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ओबीसी समाज की ओर से हार्दिक आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होने कहा कि स्व : कर्पूरी ठाकुर जी भारत रत्न के हकदार थे और प्रधानमंत्री जी ने इस बात को स्वीकार कर उनकी 100 वीं जन्म जयंती पर भारत रत्न देकर सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
Karpoori Thakur: वीरेंदर सचदेवा ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ और बिहार राज्य के दो बार मुख्यमंत्री और एक बात उपमुख्यमंत्री रह चुके है। दशकों तक विधायक और विरोधी दल के नेता और समाजिक न्याय के पुरोधा महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय के लिए प्रधानमंत्री जी का आभार प्रकट करता हूँ। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा कर्पूरी ठाकुर के जन्म शताब्दी वर्ष पर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय उनके अथक संघर्षों को सच्ची श्रद्धांजलि है। मायावती ने की कांशीराम को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग, कहा- ये करोड़ों लोगों की चाहत।
Karpoori Thakur: सचदेवा ने कहा कि इस निर्णय से युवा पीढ़ी भी कर्पूरी ठाकुर जी के महान योगदान को जान पाएगी। पिछड़ों और वंचितों के उत्थान के लिए कर्पूरी ठाकुर जी के दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ी है। सुनील यादव ने कहा जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अपने दो कार्यकाल में जिस तरह की छाप बिहार के समाज पर छोड़ी है, वैसा दूसरा उदाहरण नहीं दिखता। ख़ास बात ये भी है कि वे बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने ढाई महीने जेल में बिताए थे। बेदाग छवि के कर्पूरी ठाकुर आजादी से पहले 2 बार और आजादी मिलने के बाद 18 बार जेल गए। सुनील यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस निर्णय से देश के पूरे ओबीसी समाज में खुशी का माहौल है।
Karpoori Thakur: उनकी कोशिशों के चलते ही मिशनरी स्कूलों ने हिंदी में पढ़ाना शुरू किया और आर्थिक तौर पर ग़रीब बच्चों की स्कूल फी को माफ़ करने का काम भी उन्होंने किया था। वो देश के पहले मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने अपने राज्य में 10वीं तक मुफ्त पढ़ाई की घोषणा की थी। इस अवसर पर दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा के सह-प्रभारी महक सिंह, मोर्चा के तीनों महामंत्री रामखिलाड़ी यादव, डॉ. यूके चौधरी एवं श्री मनीष चौधरी व मोर्चा के प्रदेश के उपाध्यक्ष, मंत्री व मीडिया के सभी पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।